मेरी गांड को डेटिंग एप से मिले दो लंड
Xxx डेटिंग एप्प स्टोरी में मैं बॉटम गे हूँ. एक गे एप्प पर मैं अपने लिए लंड तलाश रहा था कि मुझे एक लड़के ने मिलने को बोला. मैं तैयार हो गया. उसके साथ उसका दोस्त भी था.
मित्रो, मैं मोनू यादव हूँ.
आज मैं आपको अपनी गांड चुदाई की गे Xxx डेटिंग एप्प स्टोरी सुना रहा हूँ.
एक बार मैं गे-डेटिंग एप चला रहा था तो एक का मैसेज आया कि ‘मिलोगे?’ तो मैंने हां कर दिया.
उससे मेरी बात होने लगी. उसका नाम मोहित था.
मैंने हां कर दिया तो वह बोला- मेरे कमरे पर आ जाओ! तो मैंने कहा- ठीक है, मैं आता हूँ.
फिर वह बोला कि कमरे पर मेरा दोस्त है, वह भी करेगा! तो मैं बहुत खुश हुआ, पर मैंने पहले एक बार उसे मना कर दिया.
मोहित बोला- कुछ नहीं होगा, तेरा मन करे तो कर लेना … नहीं तो रहने देना. मैंने कहा- ठीक है.
वह बोला- तुम जल्दी से आ जाओ. उसने मुझे पता भेज दिया.
मैं तैयार होकर चल दिया. वह मुझे गुड़गांव बस स्टैंड पर लेने आ गया. फिर मैं और मोहित उसके कमरे पर चल दिए.
कुछ ही मिनट मैं हम दोनों मोहित के कमरे पर पहुंच गए थे. उसके दोस्त ने गेट खोला.
उसके दोस्त ने मेरी तरफ देखा और वह मुस्कुराने लगा. शायद मोहित ने उसे मेरे बारे में बता दिया था.
फिर हम दोनों कमरे के अन्दर आ गए. मोहित मुझे देख कर बोला- आ जाओ, बेड पर बैठ जाओ!
मैं बेड पर बैठ गया.
मोहित मेरे लिए पानी लेकर आया. तब तक उसका दोस्त मुझे देख रहा था.
फिर मोहित मुझसे बोला- मोनू खड़ा हो जा! तो मैं खड़ा हो गया.
उसका दोस्त मेरे पीछे आ गया और आगे मोहित आ गया. दोनों ने मेरे कपड़े निकाल दिए.
मोहित मेरे बूब्स दबाने लगा और उसका दोस्त मेरी गांड को दबाने लगा. दो मिनट तक हम तीनों ऐसे ही एक दूसरे रगड़ा रगड़ी करते हुए मजा लेते रहे.
फिर मोहित बोला- चल, अब हमारे कपड़े निकाल दे.
तो मैंने मोहित के एक एक करके सारे कपड़े निकाल दिए.
मोहित अब बिल्कुल नंगा हो गया था. उसका लंड एकदम कड़क हो रहा था.
फिर मैंने मोहित के दोस्त के कपड़े निकाले. अब हम तीनों नंगे हो गए थे.
मोहित के दोस्त का लंड 7 इंच का था और मोटा भी सही था, पर मोहित के लंड से छोटा था.
फिर मोहित ने मुझे बेड पर बिठा दिया और अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया. उसके दोस्त ने अपना औजार मेरे हाथ में दे दिया.
अब एक लंड मेरे मुँह में और एक मेरे हाथ में था. कुछ 5 मिनट ऐसे ही चला.
फिर मोहित ने मेरे मुँह से अपना लंड निकाला और वह गांड मारने के लिए तेल की शीशी लेने चला गया. उसके दोस्त ने मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरे ऊपर आकर लंड मुँह में दे दिया; वह मेरे मुँह को चोदने लगा.
तब तक मोहित आ गया. उसका दोस्त तब तक मेरे मुँह को चोद रहा था.
उसकी तेजी देख कर साफ लग रहा था कि न जाने कब से सेक्स के लिए भूखा था.
अब मोहित ने उसे अलग किया और मुझे औंधा करके मेरी गांड पर तेल लगाया. उसके दोस्त ने आगे से आकर मेरे मुँह में लंड दे दिया था.
मैं लंड चूसते हुए गांड में तेल लगवाने का मजा लेने लगा.
तेल लगाते लगाते ही मोहित ने मेरी गांड में अपनी एक उंगली डाल दी. मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ.
मोहित ने दर्द देख कर और ज्यादा तेल लगाया और मेरी गांड के छेद की अच्छे से मालिश कर दी. तब तक उसका दोस्त मेरे मुँह को चोद रहा था.
फिर मोहित अपने लंड को मेरी गांड के होल पर लगा कर अन्दर डालने की कोशिश करने लगा. पर उसका लंड अन्दर नहीं गया.
उसने फिर से ट्राई किया तो थोड़ा सा अन्दर गया. उसके सुपारे से मुझे बहुत तेज दर्द होने लगा और मैं दर्द से कसमसाने लगा.
वह मुझे जोर से पकड़े हुए था तो मैं कुछ कर ही नहीं पा रहा था.
उसका दोस्त मेरे ऊपर बैठ गया था तो छूटने की रही सही कसर भी खत्म हो गई थी.
मैंने अपने मुँह से उसके दोस्त का लंड निकाला और मोहित से बोला- दर्द हो रहा है भाई, निकाल लो! तो उसने मेरे कहने पर एक बार लंड निकाल लिया.
उसके दोस्त ने भी मुँह से लंड निकाल लिया और उन दोनों ने मुझे खड़ा कर दिया. अब दोनों मेरे बदन पर किस करने लगे.
मैंने उन दोनों के साथ दो मिनट तक ऐसे ही किया.
उसके बाद मोहित के दोस्त ने मुझे डॉगी की तरह कर दिया और मोहित ने अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया.
उसके दोस्त ने अपना लंड मेरी गांड पर लगा दिया और तेल की बोतल लेकर अपने लंड को चिकना कर लिया. उसके बाद वह अपने लंड को मेरी गांड में डालने लगा.
अभी थोड़ा सा लंड ही अन्दर गया था कि मुझे बहुत तेज दर्द होने लगा. पर इस बार मोहित ने अपना लंड मुँह में अन्दर तक ठूंस दिया था और अच्छे से पकड़ लिया जिस कारण मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा था.
उसके दोस्त ने मेरी गांड पर और ज्यादा तेल टपका दिया और जोर से धक्का दे दिया. उसका लंड पूरा अन्दर तक घुसता चला गया. मुझे अब और भी तेज दर्द होने लगा था … मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरी गांड में गर्म सरिया घुसेड़ दिया गया हो.
मैंने बिलबिला कर मोहित के लंड पर दांत चला दिए. उससे मोहित को एकदम से दर्द हुआ और उसने अपने लंड को मेरे मुँह से निकाल लिया.
मुँह खुल जाने ने मैं दर्द के करण तेज स्वर में रोने लगा. यह देख कर मोहित ने मेरे मुँह को बंद किया और मुझे किस करते हुए बोला- कुछ नहीं होगा बे … थोड़ी देर में तुझे मज़ा आएगा. मैं दर्द से तड़फ रहा था और बेबसी में था.
कुछ देर तक हम तीनों ऐसे ही रहे. फिर मोहित ने अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया और उसका दोस्त अपने लंड को आगे पीछे करने लगा.
उसने तेल की शीशी का मुँह मेरी गांड और अपने लौड़े के गैप में उल्टा कर दिया था, जिससे थोड़ा थोड़ा सा तेल अन्दर जाने लगा था.
इधर गांड ने भी लंड के मुताबिक मुँह खोल दिया था, तो अब मेरा दर्द कम होने लगा था और मुझे मजा आने लगा था. कुछ देर बाद मोहित के दोस्त ने लंड बाहर निकाला और मुझे सीधा कर दिया.
अब उसने मेरी टांगें उठाईं और मेरी गांड पर ज़ोर से हाथ मारा. मैं एकदम से अचकचा गया, तभी उसने अपने लंड को एक झटके से पूरा अन्दर डाल दिया.
मुझे फिर से थोड़ा दर्द हुआ लेकिन इस बार मजा भी आया.
इधर मोहित ने मेरे बूब्स दबाए और फिर से अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया.
अब मुझे भी मज़ा आ रहा था और मैं भी उन दोनों का साथ देने लगा था.
मोहित का दोस्त इस बार जोर जोर से मेरी गांड को पेल रहा था और मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था. गांड के अन्दर की खुजली मिटती सी महसूस हो रही थी.
दस मिनट तक हमारे बीच ऐसे ही गांड चुदाई का खेल चलता रहा. उसके बाद मोहित के दोस्त का पानी निकल गया और उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया.
वह बाथरूम में अपना लौड़ा साफ करने चला गया.
उसके जाते ही मोहित ने अपना लंड मेरे मुँह से निकाला और वह आपने दोस्त की जगह आ गया. उसने अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया. तो मुझे पुनः हल्का हल्का दर्द होने लगा.
मैंने आह आह की तो उसने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मेरे होंठों की चुम्मी ली. मोहित ने मेरी गांड मारना चालू कर दी.
तभी उसका दोस्त बाथरूम से अपना लंड धोकर आ गया. उसने आते ही अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया.
मैं उसका लंड चूसने लगा और उसका लंड खड़ा होने लगा. दस मिनट बाद मोहित का लंड पानी हो गया और वह मेरे ऊपर ही ढेर हो गया.
कुछ पल बाद मोहित खड़ा हुआ और अपना लंड साफ़ करने चला गया. उसके दोस्त ने दस मिनट तक मेरे मुँह को चोदा और मेरे मुँह में अपना पानी फेंक दिया.
मैंने उसके लंड के पानी को पी लिया और बाथरूम में अपने आपको साफ़ करने चला गया. कुछ मिनट के बाद मुझे लगा कि मुझे नहा लेना चाहिए, तो मैं नहाने लगा.
मोहित और उसका दोस्त भी मेरे साथ आ गए और उन दोनों ने मुझे अच्छे से रगड़ रगड़ कर साफ़ किया और नहाने के बाद वे दोनों मुझे उठा कर बेड पर ले आए.
तब मोहित का दोस्त बोला- एक बार और हो जाए. मैंने मना किया तो मोहित बोला- कुछ नहीं होगा, अब तो तुम हम दोनों को आराम से झेल लोगे! इतने में उसके दोस्त ने मुझे धक्का देकर बेड पर गिरा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया.
उसने झट से अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया और मोहित ने अपना लंड मेरे मुँह में दे दिया. पुनः मेरी चुदाई होने लगी.
मुझे फिर से मजा आने लगा. दस मिनट तक ऐसे ही चला.
फिर उसके दोस्त ने लंड निकाला और कपड़े से पौंछ कर साफ करके मुँह में लंड देने लगा. वे दोनों अब मेरे मुँह में लंड दे रहे थे.
कुछ मिनट बाद मोहित के दोस्त का लंड झड़ने को हुआ तो उसने मेरे मुँह में ही अपना वीर्य निकाल दिया.
उस वक्त मोहित ने अपना लंड बाहर निकाल लिया था. फिर जैसे ही मोहित के दोस्त ने अपना लंड बार निकाला, मोहित ने फिर से लंड मेरे मुँह में डाल दिया.
उस वक्त उसके दोस्त का पानी मेरे मुँह में ही था तो मोहित के लंड पर वह सारा पानी लग गया. मुझे एक लंड का पानी दूसरे के लंड पर लपेटने में बहुत मज़ा आ रहा था.
एक मिनट के बाद मोहित के लंड का भी पानी निकल गया. हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे, फिर हम साथ में नहाने आ गए.
नहा कर मैंने अपने कपड़े पहन लिए और जाने के लिए रेडी हो गया. मोहित मुझे बस स्टैंड पर छोड़ने आया.
मैं उधर से अपने कमरे पर वापस आ गया.
यह मेरी पहली गे सेक्स स्टोरी है, आशा करता हूँ कि आप सभी को Xxx डेटिंग एप्प स्टोरी पसन्द आई होगी. [email protected]