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परी सी लड़की की चूत मेरी किस्मत में- 1

रोहित हैण्डसम
परी सी लड़की की चूत मेरी किस्मत में- 1
@रोहित हैण्डसम
10 min

टीन गर्ल सेक्स स्टोरी में मैं चाचा के घर गया तो वहां चचेरी बहन की सहेली आई हुई थी. मुझे देखते ही वह मुझ पर मोहित हो गयी और मैं उसकी चूत के लिए बेचैन हो गया.

फ्रेंड्स, कैसे हैं आप लोग! मेरा नाम रोहित है, मैं उत्तर प्रदेश गाज़ियाबाद का रहने वाला हूँ. मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है. बॉडी भी मस्त है. मेरा लंड इतना बड़ा है कि मैं किसी भी लड़की की ज़रूरत को पूरा कर सकता हूँ.

मैं सामान्य सा दिखने वाला इंसान हूँ. लेकिन काम देवता की अनुकम्पा हमेशा से ही मुझ पर बनी रही है और मैंने कई लड़कियों और औरतों के साथ सम्भोग का सुख प्राप्त किया है.

मैं अपनी सेक्स कहानी पेश कर रहा हूँ! मैं उम्मीद करूँगा कि मेरी ये टीन गर्ल सेक्स स्टोरी आप लोगों को काफी पसंद आएगी.

मेरा आप सभी से निवेदन है कि कहानी को सही से पढ़िए और पूर्ण ज्ञान के साथ आनन्द और अपना अनुभव साझा करके मेरे हौसले को बढ़ाते रहिए ताकि मैं आपके लिए और भी सच्ची सेक्स कहानियां लेकर आता रहूँ.

मेरा सभी लड़कियों, भाभियों से निवेदन है कि जिनकी गर्म चूत भट्टी की तरह तप रही है, उसको शांति दें. पर मसल कर नहीं. चूत की भी अपनी भावनाएं होती हैं, उसका भी दिल होता है … उसको समझें और जिंदगी के मज़े लें.

उसके लिए आपको मेरे जैसे मर्द की जरूरत है, जो चूत की भावनाओं को समझता है और उसकी गर्मी को शांत करना जानता है. तभी लोग मुझे कामदेव भी बोलते हैं, इसके लिए मैं उनका शुक्रगुज़ार हूँ.

आज की इस कहानी में मैं आपको जो बताने जा रहा हूँ, वह एकदम सच है. इसमें जरा सा भी झूठ नहीं है.

मेरा वादा है कि आपको यह टीन गर्ल सेक्स स्टोरी बहुत ही पसंद आने वाली है. लंड धारी लंड पकड़ ले और चूत वाली अपनी चूत, अब जो तूफानी होगा, वह उसे पढ़ने के बाद आप रोक नहीं पाएंगे अपने आपको और … आगे आप खुद ही जानते हैं.

मेरे चाचा जी अपने परिवार के साथ नॉएडा शिफ्ट हुए थे. उनके परिवार में मेरी चाची, उनकी बेटी और बेटा है.

उनको नोएडा में ही रहना था ताकि वे वहां रहकर अपने लिए कोई अच्छा फ्लैट ले सकें और उनके बच्चे वहां रह कर पढ़ सकें.

उनको वहां रहते हुए अभी ज्यादा टाइम नहीं हुआ था, यही कोई 15 दिन ही हुए थे.

तभी अचानक से खबर मिली कि मेरे नाना जी की मृत्यु हो गई है. इस वजह से मम्मी को मेरी ननिहाल जाना पड़ा. मैं और पापा जी घर पर अकेले रह गए.

हम दोनों ही अच्छे से खाना बनाना नहीं जानते, हमने एक दो दिन तो कैसे भी करके गुज़ार लिए.

अगले दिन चाचा जी का फ़ोन पापा जी के पास आया- भैया, आपको खाने पीने की प्रॉब्लम हो रही है, मुझे पता नहीं था कि आप लोग अकेले हो, वरना लेने आ जाता. फिर चाचा जी ने पापा जी को उनके यहां जाने के लिए मना लिया.

अगले दिन हम उनके घर पहुँच गए.

मैंने जैसे ही चाचा जी के फ्लैट की डोर बेल बजाई, सामने वाले फ्लैट से एक लड़की ने गेट ओपन करके देखा. क्या बताऊं यार क्या बला की खूबसूरत थी वह, उसकी एक झलक ने मेरी लोअर मैं तम्बू बना दिया.

यहां पर मैं आपको ये बताना चाहूँगा कि मेरा लंड मेरी लोअर में साफ़ दिखता है, लड़कियां आराम से लौड़े की उठान को देख कर अंदाज लगा सकती हैं कि पैंट के अन्दर माल कितना बड़ा होगा. तभी चाचा जी ने गेट ओपन किया और हम घर के अन्दर आ गए. हमने नाश्ता किया और बातें करने लगे.

हमें अभी एक घंटा ही हुआ था, तभी हमारे फ्लैट की डोर बेल बजी और मेरे चाचा जी की लड़की ने गेट ओपन किया. वह सामने वाले फ्लैट वाली लड़की अन्दर आयी और मेरी चाची से बोली.

लड़की- आंटी जी थोड़ी सी चाय पत्ती मिलेगी क्या? चाची- हां रिया, क्यों नहीं बेटा!

मैं आपको रिया के बारे में बताता हूँ कि वह कैसी थी और उसने क्या पहना था हुआ.

एक छोटी सी स्कर्ट, जो शायद घुटनों से 4-5 इंच ऊपर ही थी, गहरे गले वाला टॉप, जिसमें से उसके आधे से अधिक चूचे चमक रहे थे. गोरा बदन, चिकनी जांघें, गुलाबी रंगत ऐसी कि छू लो तो मैली हो जाए … ऐसी काया थी उसकी, परी जैसी थी वह!

पेट पर गोल गोल नाभि, कयामत थी वह, परी लोक से ही आयी थी शायद … उसे देख कर मेरे दिल में ऐसी फीलिंग थी.

अगर वह थोड़ी सी झुक जाए, तो शायद कुछ दिख जाए … उस वक्त मेरे दिल में यही तमन्ना जागने लगी. फिर मैंने मन ही मन अपने इष्ट देव श्री कामदेव जी को याद किया और मेरा लंड मेरे लोअर में फिर से खड़ा हो गया.

मैं रिया की तरफ ही देख रहा था, वह भी अपनी कातिल निगाहों से मुझे ही देख रही थी. उसने मेरी बहन के कान में कुछ पूछा, तो मेरी बहन बोली- ये मेरे ताऊ जी और भाई जी हैं!

उसने मेरे पापा जी को नमस्ते बोला ही था कि तभी उसको चाची जी ने चाय पत्ती दे दी. पर रिया जो कटोरी लेकर आयी थी, वह अचानक से गिर गयी.

तभी वह घुटनों के बल बैठी और चाय पत्ती को बटोरने लगी. आह … आज मेरी किस्मत में कुछ और ही लिखा था.

वह जैसे ही झुकी, उसकी गांड दिखने लगी. फिर वह थोड़ा और झुकी तो जन्नत के दर्शन हो गए. आप समझ गए होंगे कि मैं किसकी बात कर रहा हूँ यारो!

लड़कों की कर्म भूमि कि यानि उसकी चूत, समझे अब … एकदम छोटी सी बिना बालों की चिकनी चूत थी उसकी! साली बिना पैंटी के आई थी.

मैं मन ही मन पागल सा होने लगा.

तभी मैं भी उठा और उसकी तरफ बढ़ा.

चाची- अरे बेटा रिया कोई बात नहीं, मैं और दे देती हूँ! रिया- अरे आंटी कोई बात नहीं, हो गया जा रही हूँ मैं अब! मैं बस देख रहा था.

रिया स्माइल करती हुई बोली- थैंक्यू आंटी! वह जैसे ही उठी, उसकी गांड मेरे लंड से टच हो गई और मैं वहां से हट गया.

तभी उसने मेरी बहन के कान में फिर से कुछ बोला, इस बार मेरी बहन ने मेरी तरफ देखा और वह भी स्माइल करके बात करने लगी. उसके बाद वह 2 मिनट में चली गयी.

मौका देख कर मैंने अपनी बहन से पूछा मैं- क्यों बहन, क्या देख कर स्माइल कर रही थी, जब तू उस लड़की से बात कर रही थी?

बहन- भाई वह बोल रही थी कि तेरा भाई कितना स्मार्ट है, मेरी सैटिंग करा दे! मैं यह सुनकर हंसने लगा और बोला- हां करा दे बहन, जो तू बोलेगी, वह कर दूंगा तेरे लिए!

बहन- पार्टी देनी पड़ेगी भाई. मैं- पक्का बहन.

फिर हम हंसने लगे.

दोपहर दो बजे के आस-पास फिर से हमारी डोर बेल बजी. मैं सोचने लगा कि हे भगवन … वह फिर से आ जाए. तभी वह आ गयी.

उसने मुझे देख कर स्माइल दी और बैठ गयी. वह मेरी बहन से कुछ बात करने लगी.

फिर मैं बोला कि मैं नहा लेता हूँ. बहन- भाई … वह … मैं- क्या वह?

बहन- भाई वह बाथरूम में लीकेज हो गया है, भाई प्लम्बर को लेने गया है. मैं- कोई नहीं, मैं बाद में नहा लूंगा!

रिया- अरे कोई नहीं, आप मेरे यहां नहा लो! मैं अपनी बहन की तरफ देखने लगा.

बहन- हां भाई आप चले जाओ, रिया के यहां नहा लो! मैं- कोई नहीं, मैं बाद मैं नहा लूँगा.

रिया- आप नहा लो, मेरा घर आज खाली है … कोई नहीं है. मैं अकेली हूँ, आपको कोई प्रॉब्लम नहीं होगी!

फिर मैंने भी मौके पर चौका मारने की सोची और मन ही मन कामदेव जी का शुक्रिया अदा किया कि इतनी जल्दी छेद की व्यवस्था करवा दी.

मैंने अपने बैग से टॉवल और टी-शर्ट, लोअर निकाला और मन ही मन में सोचा कि आज मैं लोअर के अन्दर कुछ नहीं पहनूंगा.

मैंने रिया से कहा- चलें क्या? रिया- जी.

हम दोनों चल दिए. उसने अपने फ्लैट का गेट ओपन किया और मैं उसके घर के अन्दर आ गया. फिर वह गेट बंद करने के लिए इस तरह से झुकी, जिससे एक बार फिर से उसकी गांड बाहर की ओर निकल आयी और उसकी छोटी सी चूत बाहर को झांकने लगी.

मैंने ऐसा महसूस किया कि वह ये सब जानबूझकर कर रही थी. उसने अपना घर बंद कर लिया.

अब वह और मैं अकेले थे. फिर उसने पूछा- आप पानी लोगे या चाय बनाऊं!

मैं- नहीं नहीं कुछ नहीं, मैं तो बस नहाने के लिए आया हूँ जी … आप बस बाथरूम बता दीजिए. रिया- आप मेरे पीछे आओ.

मैं उसके पीछे जाना लगा.

क्या मटक मटक कर चल रही थी भेनचोद मज़ा आ रहा था, लंड एक बार फिर से अंगड़ाई लेने लगा. फिर उसने इशारा किया कि ये बाथरूम है.

उसने लाइट ऑन कर दी मैं बाथरूम में आ गया और मुझे लगा कि वह शायद चाय बनाने के लिए किचन में चली गयी.

मैंने बाथरूम बंद करने के लिए जैसे ही चटकनी लगाई, तो देखा कि वह ख़राब है. फिर एक बार मैंने अपना लंड पकड़ लिया कि शायद आज कुछ अच्छा होने वाला है.

मैंने अपने कपड़े उतारे और नंगा होकर नहाने की तैयारी की. पहले सुसु की, जो बहुत ज़ोर से लगी थी और फिर मैं गाना गुनगुनाने लगा.

‘हम तुम एक कमरे में बंद हों और चाबी ख़ो जाए!’ इधर उधर देखा तो पाया कि मैडम जी की पैंटी बाथरूम में ही टंगी है.

बस फिर क्या भाइयो, किस्मत की चाबी हाथ लग गई और मैंने उसकी पैंटी को झट से अपनी नाक से लगा कर सूंघी, आह क्या ही बताऊं यार क्या मस्त खुशबू आ रही थी. थोड़ी देर तक चूत की सुगंध का मज़ा लेने के बाद मैंने नल चालू किया, खुद पर पानी डाला और नहाने लगा.

साबुन लगाने लगा और लंड को साबुन से रगड़ते हुए मैडम की चूचियों का ध्यान करने लगा.

कुछ देर बाद मन में विचार आया कि लंड की झांटों की भी साफ़ सफाई कर लूँ. यह सोच कर मैं ऊपर सेल्फ में रखा बालसफा साबुन झांटों में लगाने लगा.

तभी मुझे लगा कि कोई है जो मुझे देख रहा है. मैंने भाव नहीं दिया, मैं जानता था कि कौन हो सकता है.

कुछ देर में लंड को कुंदन सा चमका कर और नहा धो कर मैं बाहर आ गया. उसी कमरे में लगी ड्रेसिंग टेबल के सामने अपने आपको देखने लगा.

मेरी तौलिया कुछ ज्यादा ही छोटी थी जिस वजह से मेरी आधी जांघें साफ दिख रही थीं.

दोस्तो, मैं अभी सोच ही रहा था कि इसी अंदाज में इस परी को अपना लंड दिखा दूँ क्या?

तभी रिया आ गई और तौलिया के ऊपर से ही मेरे लंड को ऐसे देखने लगी मानो कच्चा ही खा जाएगी. अगले भाग में मैं सेक्स कहानी के संभोग बिन्दु का वर्णन लिखूँगा.

चुदाई के समय पापा ने हम दोनों को देख लिया था तो क्या हुआ, वह सब बड़ा ही रोमांचित कर देने वाला हादसा हुआ था.

प्लीज आप मुझे अपने मेल से बताएं कि टीन गर्ल सेक्स स्टोरी कैसी लग रही है. [email protected]

टीन गर्ल सेक्स स्टोरी का अगला भाग:

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