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उन्मुक्त वासना की मस्ती- 7

माधुरी सिंह मदहोश
उन्मुक्त वासना की मस्ती- 7
@माधुरी सिंह मदहोश
15 min

हॉट इंडियन फक स्टोरी में जब सास को पता चला कि उसकी बहू अपने ससुर से चुदी है तो इसका बदला लेने के लिए सास भी अपने समधी का लंड लेने उसके घर पहुंच गयी.

कहानी के छठे भाग सड़क किनारे ससुर ने पुत्र वधू को चोदा में अब तक आपने पढ़ा कि शालू का विवाह रवि से निश्चित होता है। विवाह पूर्व रवि अपनी सासू मां की चुदाई कर देता है इसलिए विवाह पश्चात शालू, रवि के पापा सुधीर से चुदवा लेती है।

जब वे दोनों खुले आसमान के नीचे चुदाई का आनन्द लेकर घर लौटते हैं तब सोनिया उन दोनों को आपत्तिजनक अवस्था में देख लेती है इसलिए वह संजू को बुलाकर अपने पति द्वारा बहू की चुदाई का बदला लेती है।

घर लौटने पर संजू के मुंह से उत्तेजक चुदाई कथा सुनने के बाद शेखर का मन भी सोनिया को चोदने के लिए डांवाडोल होने लगता है।

अब आगे हॉट इंडियन फक स्टोरी:

लेकिन सुधीर और शालू के बारे में तो सोनिया ने उन दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर ही यह अंदाजा लगा लिया था। किंतु सोनिया तक अब यह बात पहुंचानी आवश्यक थी कि सुधीर ने शालू से भी पहले ही शालू की मां भी चोद रखी है इसलिए अभी उसे सुधीर से एक और चूत का बदला ले कर हिसाब बराबर करना है।

इसके लिए उसने सपना को बुलाया और पहले तो संजू द्वारा सोनिया की चुदाई का किस्सा उसे सुनाया फिर कहा- यार, तू कैसे भी कर के मुझे सोनिया की चूत दिलवा! सपना ने कहा- निश्चिंत रहो यार, मैं तुम्हें सोनिया की चूत जरूर दिलवाऊंगी. लेकिन उसके लिए मुझे सोनिया को शीशे में उतारना पड़ेगा, कुछ समय लग सकता है।

शेखर ने कहा- जैसा तेरे को ठीक लगे! तू तो बस कैसे भी करके सोनिया को पटा यार! सपना ने मुस्कुराते हुए हामी भर ली।

अगले दिन दोपहर में सपना ने कुछ सोच कर सोनिया को फोन किया और बोली- समधन कहां हो? तुमसे जरूरी बात करनी है।

सोनिया ने पूछा- किस बारे में? तो सपना ने जवाब दिया- वह तो मैं मिलकर ही बताऊंगी. बस यूं समझ लो कि अपना मिलन बहुत आवश्यक है।

सोनिया ने कहा- ऐसी बात है तो मैं घर पर ही हूं, आ जाओ। सपना ने कहा- ठीक है, मैं आधे घंटे में पहुंचती हूं।

सोनिया सपना का इंतजार करने लगी, उसकी स्थिति अभी वैसी ही थी जैसी उस के द्वारा बुलाने पर संजू की थी।

जब सपना सोनिया के यहां पहुंची तो उसने उठकर सपना को गले लगा लिया। दोनों के 36-38 इंच वाले बूब्स आपस में एक दूसरे को गुदगुदी पहुंचा रहे थे।

सपना ने सोनिया की वासना को जगाने के इरादे से कहा- यार सोनिया जी, तुम्हारे बूब्स तो बहुत शानदार हैं! सोनिया ने मुस्कुरा कर थैंक यू कहा और बोली- तुम्हारे कौन से कम है सपना! जो भी मर्द इन्हें देखे तो इनके साथ खेलने की सोचने लगे।

सपना ने भी खुश होकर ‘थैंक यू’ कहा और सोचने लगी कि तीर सही निशाने पर बैठा है। निश्चित रूप से शेखर को इसकी चूत दिलाने की प्लानिंग सफल हो सकती है।

सोनिया ने पूछा- हां तो मेरी सैक्सी समधन, बताओ क्या जरूरी बात थी? सपना ने ब्रह्मास्त्र चलाया और बोली- संजू तुम्हारे यहां से लौटने के बाद, तुम्हारी बहुत तारीफ कर रहा था।

सोनिया थोड़ा शंकित हुई, फिर पूछा- किस बारे में? सपना ने फिर बिंदास होते हुए कहा- अरे यार सोनिया, मेरे सामने इतनी भोली तो मत बनो। संजू को जिस काम के लिए तुमने बुलाया था, उसी के सिलसिले में! वह तुम्हारे हुस्न की, तुम्हारी इस मादक देह की, तुम्हारे शरीर में धधक रही वासना की ज्वाला की और तुम्हारी अनोखी हरकतों की खुल के चर्चा कर रहा था। विशेष करके तुमने जो शराब को और अधिक नशीला तथा स्वादिष्ट बनाकर सुधीर को पिलाया उससे उसको बहुत अधिक आनन्द मिला।

सोनिया शर्म से लाल हो गई, फिर बोली- यार सपना, संजू तो तुम्हारा बेटा है ना? सपना ने कहा- हां … लेकिन सौतेला बेटा है और तुमसे पहले मैं उसके लंड के मजे ले चुकी हूं।

सोनिया हैरान रह गई फिर उसको इस बात की तसल्ली हुई कि चलो, अब सपना से कुछ भी छुपाने या उससे डरने की बिलकुल जरूरत नहीं है।

इसके बाद सपना ने सोनिया को उकसाने के लिए कहा- मुझे तो समझ में नहीं आता कि लोग इतने संकुचित विचार वाले क्यों होते हैं? अब क्या हो गया यदि तुमने संजू से चुदवा लिया … और क्या हो जाएगा यदि तुम मेरे पति शेखर का लंड भी ले लोगी?

सोनिया ने प्रश्न वाचक नजरों से सपना की ओर देखा कि वह ऐसा क्यों कह रही है. तो सपना ने उसकी नजरों को समझते हुए अपनी बात स्पष्ट की- ऐसी नजरों से मेरी ओर मत देखो. तुम्हारे पति सुधीर ने न केवल मेरी बेटी चोदी है बल्कि बहुत पहले वह अपनी समधन यानि मेरी चूत का आनन्द भी उठा चुका है। तुमने शालू की चुदाई का बदला तो सुधीर से ले लिया अब क्या मेरी चुदाई का बदला उससे नहीं लोगी?

सोनिया दंग रह गई, उसने पूछा- यह कब की बात है? और यह सब कैसे हुआ? सपना ने उसको सारी कहानी विस्तार से सुना दी।

कहानी सुनते सुनते सोनिया का हाथ बार-बार अपनी चूत पर जा रहा था. यह स्पष्ट था कि उसे कुछ भी बुरा नहीं लग रहा था।

बल्कि उसकी चूत ने पानी छोड़कर यह संकेत दे दिया था कि वह शेखर का लंड लेने के लिए एकदम तैयार है।

सोनिया ने कहा- यार सपना, तुम्हारी इस जरूरी बात ने तो फिर से मेरी जरूरत जगा दी. अब मेरी चूत को चैन तभी मिलेगा जब शेखर का लंड इसमें समाएगा। तो तुम यह बताओ कि तुम कब मुझे शेखर से चुदवा रही हो? सपना ने कहा- जब तुम्हारी चुदने की इच्छा हो, बता देना। शेखर तो खड़ा लंड हाथ में लेकर तुम्हारा इंतजार कर रहा है।

सोनिया ने कहा- मेरी चूत तो अभी पानी छोड़ रही है। क्यों ना तुम्हारे साथ ही चलूं? तुम्हारे सामने चुदवाने से एक अलग ही सनसनी, अलग ही आनन्द मिलेगा।

इस पर सपना ने कहा- क्यों नहीं, मैं अपना पति अपनी सैक्सी समधन से बांटने के लिए तैयार हूं। जरा यह खुशखबरी शेखर को दे दूं क्योंकि वह भी संजू से तुम्हारी चुदाई की दास्तान सुन चुका है।

सोनिया ने फिर हैरानी से सपना की ओर देखा- अरे! शेखर तो संजू का सगा बाप है न? तो सपना ने कहा- हां, लेकिन हमने एक दूसरे को खुली छूट दे रखी है। जिस किसी को जहां भी मस्ती मारने का मौका मिले, छोड़ना नहीं है।

यह कहते हुए सपना ने अपना मोबाइल निकाला और शेखर को फोन किया। शेखर यूं भी इस प्रतीक्षा में था कि देखें सपना ‘समधन की चूत दिलाओ’ मुहिम के लिए सोनिया से जाकर क्या बात करती है और उसका क्या परिणाम निकलता है.

जैसे ही शेखर के फोन की घंटी बजी और उस पर सपना का नाम आया, शेखर ने बड़ी उत्सुकता से फोन को कनेक्ट किया।

सपना की आवाज आई- बधाई हो मेरे कामुक कुत्ते … अपने साथ तेरी गर्म कुतिया को लेकर आ रही हूं, तैयार रहना।

मजे की बात तो यह है कि ये बातें सोनिया के सामने हो रही थीं। उसे फिर थोड़ी हैरानी हुई कि एक पत्नी अपने पति के लिए किसी दूसरी औरत को चुदवाने के लिए तैयार कर कितनी खुश हो रही है?

सोनिया ने संजू से चुदने के बाद उसके बाप से चुदवाने की कल्पना में अपने तन-बदन में एक रोमांच सा अनुभव किया। उसने सपना को छेड़ते हुए कहा- सपना, मैं तेरी समधन हूं, तेरी बेटी की सासू मां … और तू मुझे मेरे ही सामने गर्म कुतिया कह रही है हरामजादी?

इस पर सपना ने सोनिया को गले लगाते हुए कहा- तुम मेरी सिर्फ समधन नहीं, सैक्सी समधन हो। मेरी काम सखी हो. और जब मामला कामवासना का हो तो बड़ी से बड़ी गालियां भी अच्छी लगती हैं।

सोनिया भी सपना को अपनी बांहों में कस कर हंस पड़ी।

जब सोनिया और सपना शेखर के सामने पहुंचे, उन्होंने पाया कि शेखर नाइट गाउन में टेबल पर भुने हुए काजू, नमकीन और व्हिस्की की बोतल लेकर बैठा था।

यह निश्चित था कि शेखर इस नशीले वातावरण में, वासना के नशे को बढ़ाने के लिए थोड़ा शराब का सुरूर भी चाह रहा था जिससे नई नई समधन की नई नई चूत को चोदने का लुत्फ बढ़ाया जा सके।

सोनिया घुटने से ऊपर की एक स्कर्ट और बड़े गले का टॉप पहनी हुई थी जिसके बड़े गले से उसके हष्ट पुष्ट उरोज झांक रहे थे।

शेखर कभी सोनिया के बूब्स पर नजर डालता और कभी उसका ध्यान सोनिया की छोटी सी स्कर्ट से बाहर निकली हुई चिकनी जांघों पर जाता। उसका मन ललचा रहा था।

सपना ने मिडी पहनी हुई थी और उसकी आदत थी कि पता नहीं कब कहां लंड मिल जाए इसलिए वह पैंटी तो पहनती ही नहीं थी।

ताज्जुब की बात यह थी कि सोनिया ने भी घर से निकलने के पहले अपने मांसल बदन पर, बिना ब्रा पैंटी के स्कर्ट टॉप पहना था।

इसलिए चलते हुए उसके चूतड़ और उसके स्तनों ने गजब की हलचल मचा रखी थी और शेखर के दिल पर जैसे बम के गोले बरस रहे थे।

सपना, सोनिया को चुदवाने के लिए लेकर आ रही थी इस ख्याल से ही उसका चुदाई का मूड तो पहले से ही बना हुआ था. सोनिया को सामने पाकर उसका लंड अंगड़ाइयां लेने लगा।

सोनिया को देख कर शेखर के मन में नई चूत मिलने की आशा में प्रसन्नता की हिलौरें उठने लगी।

उसने सोनिया का स्वागत गले लगा कर लिपलॉक से किया। उसके हाथ सोनिया के चूतड़ों की गोलाइयों का नाप लेकर आनन्द का अनुभव कर रहे थे।

शेखर ने कहा- सोनिया जी आपका स्वागत है। सोनिया ने आंखों में शरारत भर के जवाब दिया- यार शेखर, हम लोग तो दोस्त हैं, केवल सोनिया कह के पुकारो। और हां, हमारे बीच में यह औपचारिकता की दीवार खड़ी मत करो। तुम मुझे आप के स्थान पर तुम कहो, मुझे अच्छा लगेगा। फिर तुम्हें तो सपना ने बताया ही है कि मैं तुम से चुदवाने के इरादे से यहां आई हूं, उसमें तुम यदि मुझे इस तरह मान सम्मान दोगे तो मेरी चुदाई के आनन्द में निश्चित रूप से कमी आएगी।

शेखर मुस्कुराते हुए बोला- ठीक है सोनिया डार्लिंग! सोनिया के होंठों पर एक मादक मुस्कान आ गई, बोली- हां, यह ठीक है, अब तुम समझ गए कि मैं क्या चाहती हूं।

उसके बाद तीनों ड्रिंक के लिए बैठे. शेखर जब पहला पैग बना रहा था तब उसका ध्यान गया कि सोनिया ने अपनी स्कर्ट के नीचे पैंटी नहीं पहनी है और उसमें से उसकी चिकनी चूत झांक रही है।

उसका ध्यान भटकने के कारण उसके हाथ से शराब छलक गई. सोनिया ने ताड़ लिया कि शेखर उसकी स्कर्ट में से चूत की झलक मिलने के कारण अपना संतुलन खो बैठा है। उसकी हंसी छूट गई।

तब सपना का ध्यान भी सोनिया की चूत की तरफ गया। वह यह सोच कर खुश थी कि सोनिया भी आज उस की तरह बिना पैंटी के चुदने आई है।

सोनिया ने शेखर को उत्तेजित करने के लिए अपनी स्कर्ट थोड़ी और ऊपर कर ली और दोनों पैरों को हिलाकर अपनी चूत का ‘खुल जा सिम सिम’ वाला खेल खेलने लगी।

शेखर के लंड में रक्त संचार तेज़ होने लगा, शेखर मस्ती में झूम उठा। उसने पहला पैग बनाया और कहा- यह समधन की जुल्मी जवानी के नाम।

तीनों ने चीयर्स किया, दो पैग गले से नीचे उतरे कि सोनिया ने कहा- अरे यार, ऐ सी चल रहा है फिर भी गर्मी लग रही है।

तो सपना ने कहा- यह तेरी दहकी हुई चूत की गर्मी है, जो तेरे दिमाग में चढ़ी हुई है कमीनी! शेखर देख रहा था कि सपना के दिमाग पर भी व्हिस्की असर कर चुकी थी। जिसके नशे में वह भूल चुकी थी कि सोनिया उसकी समधन है। वह तो उसकी कामुक चुदक्कड़ सहेली की तरह बात कर रही थी।

सोनिया के दिमाग में अभी वासना और शराब का नशा सवार था ऐसी स्थिति में गालियां किक देने का काम करती हैं। उसने भी बिना बुरा माने सपना से कहा- तू सही कह रही है गर्म कुतिया, जब मैं तेरे इस कामुक कुत्ते से चुदवाने आई हूं तो फिर चूत तो गर्म होगी ही ना?

तीनों हंस पड़े।

शेखर ने कहा- लेकिन यहां कुत्ता तो एक ही है, दो कुतियाओं की चूत की गर्मी कैसे शांत करेगा? सपना ने कहा- आज तो तुझे केवल सोनिया को चोदना है शेखर डार्लिंग … और उसमें भी मैं तेरा सहयोग करूंगी।

शेखर ने पूछा- तू कैसे सहयोग करेगी? तेरे पास लंड है क्या? सपना ने कहा- पता चल जाएगा, चल पैग बना!

शेखर तीसरा पैग बनाता … तब तक सोनिया ने अपना टॉप यह कहते हुए उतार दिया- यार, बहुत गर्मी लग रही है. अंदर उसने ब्रा तो पहनी ही नहीं थी। टॉप गले के ऊपर जाते ही उसके दोनों भारी-भारी स्तन झूलने लगे।

सोनिया ने शेखर और सपना को इशारे से निमंत्रित किया। शेखर सोनिया की कामुक हरकतों से बार-बार अचंभित हो रहा था।

सपना और शेखर दोनों ने सोनिया की निप्पलों पर मुंह लगा दिया।

कुदरत ने औरत के स्तनों में काम ऊर्जा का अक्षय भंडार छुपा रखा है, स्तनों को छेड़ते ही ऊर्जा जागृत होने लगती है और उनकी निप्पलों को मुंह में लेकर चूसते ही ऊर्जा, चुदाई केंद्र यानि चूत की ओर दौड़ने लगती है।

ऐसे में यदि किसी औरत की दोनों निप्पलें एक साथ चूसी जाएं तो उत्तेजना की कितनी तेज बयार शरीर में बहने लगती है. यह वही औरत समझ सकती है जिस ने अपने दोनों स्तन एक साथ चुसवाये हों।

मेरा सभी कामुक पाठिकाओं से अनुरोध है कि एक बार इस अनुभव को अवश्य ले कर देखें।

इसी प्रकार सभी काम प्रेमी पाठकों से भी आग्रह है कि अपनी पत्नी या प्रेमिका को अपने साथ किसी महिला या पुरुष द्वारा दोनों स्तन चुसवाये जाने का अनुभव जरूर दिलवाएं। मुझे तो आश्चर्य इस बात का होता है कि बहुत सर्च करने पर भी किसी भी पोर्न फिल्म में दोनों स्तन एक साथ चूसे जाने के दृश्य प्रमुखता से नहीं मिले।

दोनों स्तन एक साथ चूसे जाने से सोनिया की वासना की आग में जैसे घी पड़ गया, वह दोनों हाथों से अपनी चूत मसलने लगी।

शेखर भी अपना गाउन उतार चुका था और केवल बॉक्सर में था और सपना भी इस सैक्सी थ्रीसम के लिए कपड़ों से मुक्त हो चुकी थी।

सोनिया की उत्तेजना काबू के बाहर हो रही थी। उसके निप्पल चूसते हुए शेखर का दाहिना हाथ भी उस की स्कर्ट में घुस गया।

वहां सोनिया के हाथों में जगह बनाता हुआ सोनिया की चूत सहलाने लगा। सोनिया की चूत गीली हो चुकी थी और मुंह से लगातार सिसकारियां निकल रही थीं।

शेखर ने अपनी बीच वाली ऊंगली सोनिया की गर्म चूत में डाल दी तो शेखर को ऐसा लगा जैसे उंगली चूत की गर्मी से झुलस जायेगी।

सोनिया की चूत की गर्मी उसके हाथ से होती हुई उसके लंड तक पहुंची, जिसके कारण उसका लंड अकड़ता हुआ बॉक्सर से बाहर आकर फुंफकारने लगा।

शेखर कुछ देर तक एक उंगली और उसके बाद में दो उंगलियां सोनिया की चूत में डालकर अंदर बाहर करता हुआ उसे हस्तमैथुन का सुख पहुंचाने लगा।

जब उसने देखा कि सोनिया की उत्तेजना उस की सहनशक्ति के बाहर हो रही है तो उसने सोनिया को उठाया और उसकी स्कर्ट खींच के उतार दी।

पूर्णत: नग्न सोनिया को उसने पलंग के किनारे पर बिठाया और फिर लिटा दिया जिससे कि वह उसकी चूत आसानी से चाट सके।

सोनिया जैसी चुदक्कड़ समधन की रसीली चूत ने शेखर के होंठों की प्यास बढ़ा दी। शेखर लगातार सोनिया की चूत के रस से अपने होंठों की प्यास बुझाने लगा।

सपना ने सोनिया के बूब्स पर अपने हाथ और अपने होंठों को सक्रिय कर रखा था।

हॉट इंडियन फक से सोनिया जैसे दीवानी हो रही थी। उसके मुंह से सिसकारियों के साथ-साथ कभी-कभी चीखें भी निकल रही थीं। आखिरकार बूब्स पर सपना और चूत पर शेखर का परिश्रम रंग ला रहा था।

सोनिया की अति उत्तेजित चूत लगातार चरम सुख की ओर बढ़ रही थी।

एक समय ऐसा आया जब सोनिया की नस नस खिंच गई, उसका बदन अकड़ने लगा। उसने अपने पैर शेखर के कंधों पर पर रखे और अनायास ही ऊपर की ओर उठ गई।

उसकी जोर जोर से फड़कती हुई चूत में से रस का दरिया बह निकला। उस की चूत से रस बह कर उसकी गांड के छेद तक पहुंच गया। शेखर ने उस रस को तो मुंह में समेटा ही।

लेकिन जब सोनिया की कमर ऊपर की ओर उठी तो उसने कूल्हों को चौड़ा करके उसकी गांड के छेद पर भी अपनी जुबान लगा दी और उसे कुरेदने लगा।

सोनिया गुदगुदी के मारे पागल सी हो गई, उसने कहा- अरे अब छोड़ दे कुत्ते, और मेरी चूत में लंड डाल और कस के चोद दे यार!

अन्तर्वासना के सनसनी प्रेमी पाठको, मुझे आशा है कि मेरी अब तक की कहानी आप को पर्याप्त सनसनी प्रदान कर रही होगी। अगले भाग में हम और भी अधिक रोचक घटनाओं का आनन्द लेंगे।

हॉट इंडियन फक स्टोरी पर अपने विचार एवं सुझाव मुझे प्रेषित करिए। मेरी आईडी है [email protected]

कहानी का अगला भाग: उन्मुक्त वासना की मस्ती- 8

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